वैश्वीकरण


बीसवीं शताब्दी के नौवें दशक से विश्व बाजार में एक युग की शुरूआत हुई है। जिसे वैश्वीकरण (GGlobalization) कहते हैं। वैश्वीकरण के अंतर्गत पूरी दुनिया का बाजार एक-दूसरे के लिए मुक्त हो गया है।

पहले मोटर साइकिल में राजदूत, एजडी तथा कार में फिएट तथा एम्बेस्डर ही चला करती थी। आज वैश्वीकरण के कारण छोटे-से शहरों की सड़कों पर भी नयी-नयी किस्म की गाड़ियाँ चलती है।

वैश्वीकरण क्या है ?

    वैश्वीकरण वह प्रक्रिया है जिसके द्वारा विश्व की विभिन्न अर्थव्यवस्थाओं का समन्वय या एकीकरण किया जाता है ताकि वस्तुओं एवं सेवाओं, प्रौद्योगिकी, पूँजी और श्रम या मानवीय पूँजी का भी निर्बांध प्रवाह हो सके। वैश्वीकरण के अंतर्गत पूँजी, वस्तु तथा प्रौद्योगिकी का निर्बाध रूप से एक देश से दूसरे देश में प्रवाह होता है।

निजीकरण- निजीकरण का अभिप्राय, निजी क्षेत्र द्वारा सार्वजनिक क्षेत्र के उद्यमों पर पूर्ण रूप से या आंशिक रूप से स्वामित्व प्राप्त करना तथा उनका प्रबंध करना है। आर्थिक सुधारों के अंर्तगत भारत सरकार ने सन् 1991 से निजीकरण की नीति अपनाई।

उदारीकरण- उदारीकरण का अर्थ सरकार द्वारा लगाए गए सभी अनावश्यक नियंत्रणों तथा प्रतिबंधों जैसे- लाइसेंस, कोटा आदि को हटाना है। आर्थिक सुधारों के अंर्तगत भारत सरकार ने 1991 से उदारीकरण की नीति अपनाई।

बहुराष्ट्रीय कंपनी- बहुराष्ट्रीय कंपनी वह है, जो एक से अधिक देशों में उत्पादन पर नियंत्रण व स्वामित्व रखती है। जैसे- फोर्ड मोटर्स, सैमसंग, कोका कोला, नोकिया, इंफोसिस, टाटा मोटर्स आदि।




Related Topics
=> प्राकृतिक आपदा एवं प्रबंधन : बाढ़ सुखाड़
=> प्राकृतिक आपदा : एक परिचय
=> प्राकृतिक आपदा एवं प्रबंधन: भूकंप एवं सुनामी
=> जीवन रक्षक आकस्मिक प्रबंधन
=> आपदा काल में वैकल्पिक संचार व्यवस्था
=> आपदा और सह अस्तित्व
=> यूरोप में राष्ट्रवाद |
=> समाजवाद एवं साम्यवाद |
=> हिन्द-चीन में राष्ट्रवादी आंदोलन
=> भारत में राष्ट्रवाद
=> अर्थव्यवस्था और आजीविका
=> शहरीकरण एवं शहरी जीवन
=> व्यापार और भूमंडलीकरण
=> प्रेस एवं सस्कृतिक राष्ट्रवाद
=> लोकतंत्र में सत्ता की साझेदारी
=> सत्ता में साझेदारी की कार्यप्रणाली
=> लोकतंत्र में प्रतिस्पर्धा एवं संघर्ष
=> लोकतंत्र की उपलब्धियाँ
=> लोकतंत्र की चुनौतियाँ
=> अर्थव्यवस्था एवं इसके विकास का इतिहास
=> राज्य एवं राष्ट्र की आय
=> मुद्रा, बचत एवं साख
=> हमारी वित्तीय संस्थाएँ
=> रोजगार एवं सेवाएँ
=> वैश्वीकरण
=> उपभोक्ता जागरण एवं संरक्षण
=> भारत : संसाधन एवं उपयोग
=> प्राकृतिक संसाधन
=> जल संसाधन
=> वन एवं वन्य प्राणी संसाधन
Related Topics
=> प्राकृतिक आपदा एवं प्रबंधन : बाढ़ सुखाड़
=> प्राकृतिक आपदा : एक परिचय
=> प्राकृतिक आपदा एवं प्रबंधन: भूकंप एवं सुनामी
=> जीवन रक्षक आकस्मिक प्रबंधन
=> आपदा काल में वैकल्पिक संचार व्यवस्था
=> आपदा और सह अस्तित्व
=> यूरोप में राष्ट्रवाद |
=> समाजवाद एवं साम्यवाद |
=> हिन्द-चीन में राष्ट्रवादी आंदोलन
=> भारत में राष्ट्रवाद
=> अर्थव्यवस्था और आजीविका
=> शहरीकरण एवं शहरी जीवन
=> व्यापार और भूमंडलीकरण
=> प्रेस एवं सस्कृतिक राष्ट्रवाद
=> लोकतंत्र में सत्ता की साझेदारी
=> सत्ता में साझेदारी की कार्यप्रणाली
=> लोकतंत्र में प्रतिस्पर्धा एवं संघर्ष
=> लोकतंत्र की उपलब्धियाँ
=> लोकतंत्र की चुनौतियाँ
=> अर्थव्यवस्था एवं इसके विकास का इतिहास
=> राज्य एवं राष्ट्र की आय
=> मुद्रा, बचत एवं साख
=> हमारी वित्तीय संस्थाएँ
=> रोजगार एवं सेवाएँ
=> वैश्वीकरण
=> उपभोक्ता जागरण एवं संरक्षण
=> भारत : संसाधन एवं उपयोग
=> प्राकृतिक संसाधन
=> जल संसाधन
=> वन एवं वन्य प्राणी संसाधन