Sun and Moon


 Sun and Moon Story is Written by Katherine Mansfield.

In the story ‘Sun and Moon’ the writer Katherine Mansfield depicts the subtle feelings and emotions of Sun and Moon. She shows pity and piercing sympathy for them.

A party is organised at Sun and Moon’s house in the dining room. The dining room is tastefully decorated with red ribbons and bunches of roses tied to the table at the corner and chairs with golden legs. Sun the boy and Moon the girl both are children of the host. They dress themselves in their fine dress.

At last the bell rings. The drawing room is surely out full of sweets smelling silky, rusting ladies and men in black with funny tails on their coats. They lose themselves in ball. It is a night of merry making. Beautiful ladies and men gathered to participate in the dance.

The bright lights over the faces of beautiful women and men. In the meantime, the Nurse takes the children from the ball party. Because they are not allowed to attend the ball. Children are shut in the door, but they are restless.

Then party ends and all the guests go away. The parents of the children go to them with their abnormal stage. Then they come in the dining room. They find a beautiful decorated dining room a pile of litters. Even the window’s panes are broken. Seeing these things Sun begins to weep.

प्रस्तुत कहानी ‘सूरज और चन्दा’ में लेखिका कैथरिन मैन्सफिल्ड ने बच्चों के अनुभव और संवेग का सुन्दर चित्रण किया है। उन्होंने बच्चों के प्रति गहरी सहानुभूति दिखलायी है।

सन (Sun) और मून (Moon) के घर पर एक पार्टी का आयोजन होता है। घर का भोजन का कमरा बहुत ही सुन्दर ढंग से लाल फीता और गुलाब के गुच्छों से सजाया जाता है। सभी जगह सनहले पैरो वाली कर्सियाँ रखी जाती हैं। Sun और Moon भी अपने बेहतरीन कपडे पहन लेते हैं।

सारा भोजन का कमरा महिलाओं के विभिन्न सुगंधों से महक उठता है पुरुष लोग काले कोट में शोभायमान हैं। मौज-मस्ती की रात है। जमा हुई महिलाएँ और पुरष सभी भाग ले रहे हैं। चमकीले प्रकाश से उनका चेहरा दमक उठता है। इसी बीच आया दोनं. बच्चों (सूरज और चंदा) को उस पार्टी से अलम कर देती है और एक कमरे में बंद कर देती है। बच्चे वहाँ बेचैन हैं। उसे उस तरह के पार्टी में भाग लेने की मनाही है।

पार्टी समाप्त होती है। सभी मेहमान चले जाते हैं। बच्चों के माता-पिता बच्चों के पास अपने अस्त-व्यस्त कपड़ों के साथ कुछ नशे में जाते हैं, बच्चे भोजन के हाल में आते हैं, तो पाते हैं कि सभी वस्तुए तितर-बितर पडी हैं, हाल कचड़ों का ढेर हो गया है। यहाँ तक कि खिड़की के शीशे भी टूटे हैं। सन (Sun) रोने लगता है।