बीपीएससी परीक्षा पैटर्न |

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बीपीएससी द्वारा आयोजित बिहार संयुक्त प्रतियोगी परीक्षा में आम तौर पर क्रमिक रूप से तीन स्तर होते हैं-

  • वस्तुनिष्ठ प्रकृति- प्रारंभिक परीक्षा
  • वर्णनात्मक प्रकृति- मुख्य परीक्षा
  • मौखिक- साक्षात्कार

01. वस्तुनिष्ठ प्रकृति- प्रारंभिक परीक्षा

  • परीक्षा पैटर्न- आयोग द्वारा आयोजित प्रारंभिक परीक्षा प्रकृति में वस्तुनिष्ठ है, जिसमें इसके पांच संभावित विकल्प हैं।
  • उम्मीदवारों को आयोग द्वारा निर्धारित दो घंटे की समय सीमा के भीतर इसका उत्तर देना आवश्यक है।
  • आमतौर पर  इस बिहार लोक सेवा परीक्षा में उत्तीर्ण होने के लिए बीपीएससी पात्रता मानदंड 60-70% अंकों की आवश्यकता होती है, लेकिन कभी-कभी प्रश्नों के कठिनाई स्तर के आधार पर यह प्रतिशत कम हो सकता है।
  • प्रश्न पत्र दो भाषाओं (हिंदी और अंग्रेजी) में दिए गए हैं। 
  • इस परीक्षा में नकारात्मक अंकन का प्रावधान 0.25 किया गया है।

आइए सारणी के अनुसार समझने का प्रयास करते हैं |

क्रमांक विषय प्रश्नों की संख्या समयावधि
1 सामान्य अध्ययन 150 2 घण्टे
  कुल 150 अंक 2 घंटे।

तिहान

कागज का नाम

पाठ्यक्रम विषय

प्रारंभिक परीक्षा

सामान्य अध्ययन 

  • सामान्य विज्ञान
  • सामान्य ज्ञान
  • बिहार और भारत का इतिहास
  • बिहार और भारत का भूगोल
  • भारत की राजनीति
  • भारत की अर्थव्यवस्था
  • आजादी के बाद बिहार की अर्थव्यवस्था
  • भारतीय आंदोलन और इन आंदोलनों में बिहार का योगदान
  • राष्ट्रीय/अंतर्राष्ट्रीय करेंट अफेयर्स

02. मुख्य परीक्षा का परीक्षा पैटर्न निम्नलिखित है –

  • मुख्य परीक्षा मुख्य रूप से लिखित परीक्षा होगी।
  • इस परीक्षा में कुल पांच प्रश्न पत्र होंगे।
  • प्रत्येक प्रश्न पत्र के लिए आपको कुल 3 (तीन) घंटे का समय प्रदान किया जाएगा।
  • जैसा की पहले होता था कि वैकल्पिक विषय के लिए आपकी लिखित परीक्षा होती थी, परंतु अब यह परीक्षा बहुविकल्पीय रूप में आयोजित की जाएगी, इस प्रश्न पत्र के अंक मुख्य परीक्षा के अंतिम मेधा सूची में दर्ज नहीं होंगे, यह परीक्षा सिर्फ सामान्य हिंदी की तरह ही क्वालिफाइंग प्रश्न पत्र होगी।

इंतिहान

कागज का नाम

पाठ्यक्रम विषय

मुख्य परीक्षा

सामान्य अध्ययन I (300 अंक)

  • भारत की संस्कृति
  • भारत का आधुनिक इतिहास
  • समसामयिक घटनाएँ जो राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय महत्व की हैं
  • सांख्यिकीय विश्लेषण (आरेख और रेखांकन)

सामान्य अध्ययन II (300 अंक)

  • बिहार और भारत की राजनीति
  • बिहार और भारत की अर्थव्यवस्था
  • बिहार और भारत का भूगोल
  • भारत के विकास और प्रगति में विज्ञान और प्रौद्योगिकी का प्रभाव और भूमिका

सामान्य हिंदी  (100 अंक)

अनिवार्य रूप से पास होना (Qualifying Paper)

 

  • निबंध - 30 अंक
  • सिंटैक्स - 25 अंक
  • व्याकरण - 30 अंक
  • सारांश - 15 अंक
निबंध (300 अंक)  

 वैकल्पिक विषय (100 अंक)

  • (Qualifying Paper)  (दिए गए 34 विकल्पों में से)
  • अंग्रेजी साहित्य और भाषा
  • हिंदी साहित्य और भाषा
  • रसायन शास्त्र
  • समाज शास्त्र
  • भौतिक विज्ञान
  • कृषि
  • राजनीति विज्ञान और अंतर्राष्ट्रीय संबंध
  • लोक प्रशासन
  • भूगोल
  • वाणिज्य और लेखा
  • साइंस और टेक से भी कुछ प्रश्न पूछे जाते है।
  • इतिहास के अंतर्गत, उम्मीदवारों को आर्थिक, राजनीतिक और सामाजिक पहलुओं पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है।
  • इतिहास और भूगोल दोनों विषयों में उम्मीदवारों को बिहार के इतिहास और बिहार के भूगोल पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है।
  • भूगोल के अंतर्गत भारतीय कृषि और प्राकृतिक संसाधनों के उपयोग सहित बिहार और भारत के सामाजिक और आर्थिक भूगोल पर आधारित प्रश्न पूछें जाएंगे।
  • भारतीय अर्थव्यवस्था और राजनीति के तहत, भारतीय राजनीतिक प्रणाली, पंचायती राज, सामुदायिक विकास, भारत और बिहार में योजना इत्यादि से प्रश्न पूछें जायेगे।
  • ये कुछ महत्वपूर्ण बिंदु थे जो BPSC की प्री परीक्षा में उम्मीदवारों के लिए उपयोगी साबित होंगे।

03. मौखिक- साक्षात्कार

  • मुख्य परीक्षा में सफलीभूत उम्मीदवारों का व्यक्तित्व परीक्षण 20 अंकों का होगा।
  • तदुपरांत मुख्य परीक्षा के 900 अंक एवम्‌ साक्षात्कार के लिए 420 अंक; कुल 4020 अंकों के आधार पर मेघा  सूची तैयार की जायेगी।
  • आयोग सफल उम्मीदवार को उनमें से किसी भी सेवा या पद के लिये अनुशंसित करने का अधिकार रखता है, जिसके लिए उम्मीदवार ने इच्छा प्रकट की है तथा जिसके लिये आयोग उसे योग्य समझता है।