(a) वन एवं वन्य जंतु – कम से कम कागज का प्रयोग करके, कागज़ बर्बाद न करके, वनों एव वन्य जीवों की सुरक्षा के लिए बने नियम का पालन करके, जानवरों के खाल (skin), हड्डियों (bons), सींग (horm), बाल (fur) तथा दाँतों (teeth) से बनी वस्तुओं को प्रयोग न करके इत्यादि।
(b) जल संसाधन – बहते हुए जल में मुँह धोना, स्नान करना आदि का परित्याग करके, स्नान करते समय फव्वारों की जगह बाल्टी या मग का प्रयोग करके, वाशिंग मशीन के जल का बाथरूम में प्रयोग करके, ख़राब नल को तुरंत ठीक करवा कर आदि।
(c) कोयला एवं पेट्रोलियम – बिजली के पंखे, बल्ब को अनावश्यक न चलने दें, स्विच ऑफ कर दें, कम दूरी के लिए स्कूटर, कार के स्थान पर साइकिल/पैदल का प्रयोग करके, CFLs (बल्ब की जगह) उपयोग करके, लिफ्ट की जगह सीढ़ियों का प्रयोग करके, रेड लाइट पर वाहनों को बंद करके, CNG का प्रयोग करके, निजी वाहनों के स्थान पर बसों, मेट्रो, रेल आदि का प्रयोग करके, AC तथा हीटर का प्रयोग कम करके इत्यादि।
प्राकृतिक उत्पादों की खपत कम निम्न तरीकों से की जा सकती है बल्ब की जगह CFLs का प्रयोग कर (इससे कोयले की खपत कम होगी)। अनावश्यक पंखे, बल्ब आदि का स्विच ऑफ करके, लिफ्ट के बजाय सीढ़ियों का इस्तेमाल करके भी बिजली की खपत कम कर सकते हैं। सौर कुकर, सौर जल ऊष्मक का प्रयोग करके कोयले, केरोसीन तथा LPG की बचत की जा सकती है। छोटी दूरियों के लिए कार तथा स्कूटर की बजाय पैदल या साइकिल का उपयोग कर पेट्रोल की बचत की जा सकती है। टपकने वाले नलों की मरम्मत कर हम पानी की बचत कर सकते हैं। रेड लाइट पर कार या अन्य वाहनों को बंद करके पेट्रोल/डीजल की बचत की जा सकती है। कागज, प्लास्टिक, धातुओं का पुनः चक्रण (Recyle) कर तथा पुन: उपयोग (Reuse) करके।
(a) अपने प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण के लिए मैंने निम्न कार्य किए
वृक्षारोपण पर ध्यान दिया।
विद्यालय जाने के लिए साइकिल का प्रयोग किया या पैदल गया।
पानी, बिजली के अनावश्यक खपत को रोका।
कागज़ के लिफाफों, बोतलों, डिब्बों आदि का दोबारा प्रयोग किया।
पॉलीथीन बैग का प्रयोग बंद किया तथा पुन:चक्रण वाली वस्तुओं को एकत्र किया।
(b) अपने प्राकृतिक संसाधनों पर दबाव निम्न तरीकों से बढ़ाया
स्नान करने के समय बाल्टी या मग के स्थान पर फव्वारे का इस्तेमाल।
ठंड के दिनों में कमरा गर्म रखने के लिए हीटर तथा गर्मी के दिनों में AC का प्रयोग करना न कि सौर ऊर्जा का।
स्कूल जाने के लिए स्कूटर या कार का उपयोग किया।
व्यर्थ पंखे, बल्ब, TV आदि चलते रहने के कारण।
अपने घर के आस-पास के पेड़-पौधों को काटकर।
हमें अवश्य ही अपनी जीवन-शैली में 3R की संकल्पना पर ध्यान देना होगा एवं लागू करना होगा। ये तीन R है कम उपयोग (Reduce) पुनः चक्रण (Recycle) पुन: उपयोग (Reuse) इसके आलावा भी कुछ महत्त्वपूर्ण परिवर्तन लाने की आवश्यकता है जो निम्न हैं CNG का प्रयोग CFLs का प्रयोग। सौर ऊर्जा का प्रयोग जानवरों की त्वचा, बाल एवं सींग से बनी वस्तुओं का बहिष्कार पॉलिथीन के स्थान पर जूट, कपड़े के बैग का इस्तेमाल वृक्षारोपण पर बल देना इत्यादि।