1.क्या डॉबेराइनर के त्रिक, न्यूलैंड्स के अष्टक के स्तंभ में भी पाए जाते हैं? तुलना करके पता कीजिए।

हाँ , त्रिक  न्यूलैंड्स के अष्टक के स्तंभ में भी मिलते है | उदहारण :- Li , Na व K | 

2.डॉबेराइनर के वर्गीकरण की क्या सीमाएँ हैं?

डॉबेराइनर केवल तीन तत्वों के त्रिक को उस समय पहचान सके एवं सभी तत्वों का वर्गोंकरण उनके त्रिक के अनुसार नहीं हो सका |

3.न्यूलैंड्स के अष्टक सिद्धात की क्या सीमाएँ हैं?

 न्यूलैंड्स का अष्टक  सिद्धात कैल्सियम तक केवल परमाणु भार वाले तत्वों का वर्गीकरण कर पाया | 

4. मेन्डेलीफ की आवर्त सारणी का उपयोग कर निम्नलिखित तत्वों वेफ ऑक्साइड के सूत्र का अनुमान कीजिए: K,C,Al,Si,Ba

  • पोटेशियम (K ) वर्ग IA का धातु है। इसकी संयोजकता। है। अतः इसके ऑक्साइड का सूत्र K 2 O K2O है।
  • कार्बन (C ) वर्ग IVA का तत्व है। इसकी संयोजकता 4 है। अतः इसके ऑक्साइड का सूत्र C 2 O 4 C2O4 या C O 2 CO2 है । 
  • AI वर्ग  IIIA का तत्व है। इसकी संयोजकता 3 है। अतः इसके ऑक्साइड का सूत्र A l 1 O 3 Al1O3 है
  • सिलिकॉन (Si ) वर्ग IVA वर्ग का तत्व है। इसकी संयोजकता 4 है। अतः इसके ऑक्साइड का सूत्र S i 2 O 4 Si2O4या S i O 2 SiO2है। 
  • Ba वर्ग IIA का तत्व है। इसकी संयोजकता 2 है। अतः इसके ऑक्साइड का सूत्र B a 2 O 2 Ba2O2 या BaO है।

5.गैलियम के अतिरिक्त, अब तक कौन-कौन से तत्वों का पता चला है जिसके लिए मेन्डेलीफ ने अपनी आवर्त सारणी में खाली स्थान छोड़ दिया था? दो उदाहरण दीजिए।

स्कैंडियम व जर्मेनियम | 

6. मेन्डेलीफ ने अपनी आवर्त सारणी तैयार करने के लिए कौन सा मापदंड अपनाया?

 मेन्डेलीफ ने तत्वों को उनके परमाणु के अनुसार अलग किया | उनहोंने एक समान गुणों वाले तत्वों को एक समूह में रखने का प्रयास किया |  

7. आपके अनुसार उत्कृष्ट गैसों को अलग समूह में क्यों रखा गया?

 उत्कृष्ट गैसों अक्रियाशील होती है अत: अलग वर्ग में रखा गया | 

8. आधुनिक आवर्त सारणी द्वारा किस प्रकार से मेन्डेलीफ की आवर्त सारणी की विविध विसंगतियों को दूर किया गया?

 (i) आधुनिक आवर्त सारणी में तत्वों को उनके परमाणु क्रमांकों के अनुसार अलग किया गया | हाइड्रोजन को प्रथम समूह में स्थान दिया गया | 

(ii) आवर्त सारणी में तत्वों की सिथति से उनकी रासायनिक  अभिक्रियाशीलता का पता चलता है | 

(iii) तत्वों को उनके भार के अनुसार भारी व हल्के अलग-अलग क्रम में रखा गया |  

9. मैग्नीशियम की तरह रासायनिक अभिक्रियाशीलता दिखाने वाले दो तत्वों के नाम लिखिए? आपके चयन का क्या आधर है?

बैरीलियम (Be) तथा  कैल्सियम (Ca) दोनों ही मैग्नीशियम की तरह 

अभिक्रियाशीलता दर्शाते है | दोनों के ही बाह्य किश में 2 संयोजी इलेक्ट्रॉन होते है |Be(2,2) तथा Ca(2,8,8,2)|

10.के नाम बताइएः (a) तीन तत्वों जिनके सबसे बाहरी कोश में एक इलेक्ट्रॉन उपस्थित हो।
(b) दो तत्वों जिनके सबसे बाहरी कोश में दो इलेक्ट्रॉन उपस्थित हों।
(c) तीन तत्वों जिनका बाहरी कोश पूर्ण हो।

 (a) लिथियम (Li) , सोडियम (Na) , पोटैशियम (K) | 

(b) मैग्नीशियम (Mg) ,  कैल्सियम (Ca) |

(c)  निऑन (Ne) , आर्गन (Ar) , क्रिप्टोंन (Kr) | 

11.(a) लीथियम, सोडियम, पोटैशियम, ये सभी धातुएँ जल से अभिक्रिया कर हाइड्रोजन गैस मुक्त करती हैं। क्या इन तत्वों के परमाणुओं में कोई समानता है? (b) हीलियम एक अक्रियाशील गैस है जबकि निऑन की अभिक्रियाशीलता अत्यंत कम है। इनके परमाणुओं में कोई समानता है?

(a) हाँ इन तत्वों के परमाणुओं में समानता है | इनके बाह्यतम कोष में केवल 1 इलेक्ट्रॉन है | इनकी संयोजकताएँ भी समान है |  

(b) हाँ इनमें भी समानता है |  दोनों संयोजकता  o ' है तथा इनके बाह्यतम कोश पूर्ण है |  

12. आवर्त सारणी में इनके स्थान के आधार पर इनमें से किस तत्व में सबसे अधिक धात्विक अभिलक्षण की विशेषता है?

Ga , Ge , As , Se , Be

हम जानते हैं कि धात्विक अभिलक्षण आवर्त में बाईं ओर से दाईं ओर बढ़ने पर घटता है। अर्थात् अधिकतम धात्विक गुण वाले तत्व सबसे बाईं ओर होंगे। चूँकि Be आवर्त सारणी में सबसे बाईं ओर समूह-2 में रखे गए हैं इसलिए बेरिलियम (Be) की धात्विक अभिलक्षण दिए गए तत्वों में सबसे अधिक होगी।
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